
आँखें थक गई है आसमान को देखते देखते
पर वो तारा नहीं टूटता ,
जिसे देखकर तुम्हें मांग लूँ

जो दिल में आये वो करो
बस किसी से अधूरा प्यार मत करो

मोहब्बत तो दिल से की थी,
दिमाग उसने लगा लिया….
दिल तोड दिया मेरा उसने और इल्जाम मुझपर लगा दिया

तुम रख न सकोगे मेरा तोहफा संभालकर,
वरना मैं अभी दे दूँ,
जिस्म से रूह निकालकर

बड़ी हिम्मत दी उसकी जुदाई ने
ना अब किसी को खोने का दुःख
ना किसी को पाने की चाह।

राज़ ज़ाहिर ना होने दो तो एक बात कहूँ ,
मैं धीरे- धीरे तेरे बिन मर जाऊँगी !

राज़ ज़ाहिर ना होने दो तो एक बात कहूँ ,
मैं धीरे- धीरे तेरे बिन मर जाऊँगी !