हजारों गीत हैं मेरे जहन में, मगर एक खास तराना ढूंढ रहा हूँ, जहाँ परवाह हो मेरी किसी को, वो एक ठिकाना ढूंढ रहा हूँ।

तलब और मदहोशी मे  गुजर गई ये जिंदगी , साथ क्या जायेगा किसी को  इसकी परवाह नही।

हमेंशा तेरे दिल के करीब रहेंगे  तेरी मोहब्बत में मशहूर रहेंगे  जलेगी ये दुनिया हमें देखकर  इस कदर बे- पनाह प्यार करेंगे 

ये वादा हे हमारा तुमसे  न छोड़ेंगे कभी साथ तुम्हारा  जो भूल गए कभी आप हमें तो  ले जायेंगे पकड़ कर हाथ तुम्हारा

हम भी परवाह करते हे किसी की  पर ये बात हम जताते नहीं हे क्योकि  हमें रिश्ते निभाना आता हे  रिश्तो को तोलना नहीं , 

अपने जज्बातों को मैंने  उस मुकाम पे ला रखा है, जहां परवाह नहीं मुझे कि  मेरी बात कौन करता हैं।

जिंदगी में हर जज़्बात शब्दों में  बयान नहीं किया जा सकता, कुछ जज़्बात किसी की  परवाह में अपने आप झलक जाते हैं।

जब तेरा साथ हो तब  मेरे हाथो में तेरा हाथ हो  फिर क्या परवाह इस दुनिया की  कौन किसके साथ हे। 

उनको कभी नजरअंदाज मत करे जो  तुम्हारी खुद से ज्यादा परवाह करे  वरना किसी दिन ये एहसास होगा की  पथ्थर के लिए मैने हिरा गवा दिया 

दुनिया भूल गया मैं तुझको  याद करते करते, और तु मुझे भूल गई निया कि  परवाह करते करते।