ना कोई एहसास हैं, ना कोई जज्बात हैं;
बस एक रूह हैं, और कुछ अनकहे अल्फाज हैं।
टूट कर बिखर जाते हैं वो लोग मिटटी की दीवारों की तरह
जो खुद से भी ज्यादा किसी और से प्यार करते हैं
बेगाना हमने नहीं किया किसी को,
जिसका दिल भरता गया वो हमें छोड़ता गया।
किसी को न पाने से ज़िंदगी खत्म नहीं हो जाती,
पर किसी को पाकर खो देने के बाद कुछ बाकी भी नहीं बचता
क़ानून तो सिर्फ बुरे लोगों के लिए होता है….
अच्छे लोग तो शर्म से ही मर जाते हैं…!!
मैं अपने सारे एहसास, समेट ले जाऊँगा,
हौसला रख मैं बहुत दूर चला जाऊँगा.
जिसके लिए तोड़ दी मेंने सारी सरहदें..
आज उसी ने कह दिय ज़रा हद में रहा करो
जख्म ही देना था तो पूरा जिस्म तेरे हवाले था,
लेकिन कम्बख़त ने जब भी वार किया, दिल पर ही किया
चाहत देस से आनेवाले ये तो बता के सनम कैसे हैं
दिलवालों की क्या हालत हैं, यार के मौसम कैसे हैं
किस्मत पर एतबार किसको है,
मिल जाये ख़ुशी तो इनकार किसको है
मुहब्बत न सही मुकद्दमा ही कर दो मुझ पर
तारीख़ दर तारीख़ तेरा दीदार तो होगा
दिल में धड़कन और धड़कन में तुम,
क्यों दिया धोखा अकेले रह गए हम
सुना है के तुम रातों को देर तक जागते हो
यादों के मारे हो या मोहब्बत में हारे हो
ज़िन्दगी में कुछ हसीन पल यूहीं गुज़र जाते हैं
रह जाती है यादें और इंसान बिछड़ जाते हैं
तुझसे अच्छे तो जख्म हैं मेरे ।
उतनी ही तकलीफ देते हैं जितनी बर्दाश्त कर सकूँ ।।
कल भी उसने देख कर नजर अंदाज़ कर दिया
फिर भी कम्बख़त दिल मानता ही नहीं है
किसी के दिल में क्या छुपा है ये बस खुदा ही जानता है,
दिल अगर बेनकाब होता तो सोचो कितना फसाद होता.
अबके सावन में हुई ये कैसी बरसात
बादल बरसे दो घड़ी और नैना सारी रात
अगर फुर्सत के लम्हों में मुझे याद करते हो तो अब मत करना,
क्योंकि मैं तन्हा जरूर हूँ … मगर फ़िज़ूल बिलकुल नहीं
लोग शोर से जाग जाते हैं और मुझे
एक शख़्स की खामोशी सोने नहीं देती
उँगलियाँ मेरी वफ़ा पर तो ना उठाओ,
जिसे हो शक़ वो मुझसे निभाकर देखे
Two Line Shayari In Hindi